IAS/ DM कैसे बनें/ ias का Full form/upsc योग्यता

 


IAS का फूल फॉर्म [ Indian Administrative service - भारतीय प्रशासनिक सेवा  ] तथा DM का फूल फॉर्म [ District magistrate - जिला मजिस्ट्रेट ] होता है।




IAS कैसे बनें -  किसी मान्यता प्राप्त विद्यालय में कक्षा 12वीं किसी भी सबजेक्ट में पास हो

किसी भी मान्यता प्राप्त विद्यालय में अपने पसंदीदा विषय में जिसमें आपको दिलचसपी हो उस विषय से ग्रेजुएशन ( b.a, b.com, b.sc आदि ) करें। ग्रेजुएशन डिग्री लेने के बाद आप ias की परीक्षा करने वाली संस्था upsc - cse परीक्षा के लिए अप्लाई करें।


Upsc - ias की फॉर्म भरने के लिए आपको निम्नलिखित योग्यताओं का पालन करना होगा। जैसे कि आपके पास किसी मान्यता प्राप्त विद्यालय में ग्रेजुएशन की डिग्री होनी चाहिए।

उम्मीदवारों को भारत या इसके पड़ोसी देश नेपाल, भूटान, म्यामार का नागरिकता प्राप्त हों।

आपका/आपकी 21 से 35 वर्ष के बीच उम्र होनी चाहिए। समान्य केटेगरी के लिए  परीक्षा में 6 मौके मिलते हैं।

जबकि obc वाले के लिए 9 मौके होते है  और sc/st वाले कितने भी बार exam दे सकते हैं। आयु के अंदर रहकर।

Sc/st उम्मीदवारों के लिए उम्र 21 से 37 तक निर्धारित किया गया है।


फिजिकल डिसएबल वाले उम्मीदवारों को उम्र में अतिरिक्त छूट दी जाती है जो 21 से 40 वर्ष के बीच है।


Upsc - cse यानी कि ias की exam तीन चरणों में होता है।


* 1. प्री परीक्षा 2. मेंस परीक्षा और 3. इंटरव्यू


           1.   [  (प्रारम्भिक परीक्षा) ]


प्रारम्भिक परीक्षा ( प्रीलिम्स) - इस परीक्षा में दो पेपर होते हैं।


1.gs पेपर 2. Csat पेपर


* Gs पेपर- यह दो सौ (200) नंबर के होते है।

इस पेपर में 100 प्रश्न होते हैं प्रत्येक प्रश्न 2 नंबर की होती है। इस पेपर में नेगेटिव मार्किंग होते हैं।


* Csat पेपर-  पेपर में 80 प्रश्न होते हैं। येभी पेपर  200 मार्क्स का होता है। इसमें भी निगेटिव मार्किंग होते हैं।


* दोनों पेपर  को पास करने के लिए 33% - 33% मार्क्स होना चाहिए।



               2.  [  मेंस पेपर ]


प्री (प्रारम्भिक) पेपर को पास करने के बाद मेंस पेपर देना होता हैं। इसमें कुल नौ पेपर होते हैं। जिसमें की दो पेपर केवल पास करना होता है उसका नंबर मेरिट लिस्ट में शामिल नहीं किया जाता हैं ये दो पेपर यह है-

1. कोई भी संविधानिक मान्य भारतीय भाषा का जो आप चुनते हैं। 

यह पेपर 3 घंटे की होती है। 300 अंक के


2. अंग्रेजी - इस पेपर को आपको अंग्रेजी में हल करना होता है। इसमें अंग्रेज़ी अनुवाद निबन्ध जैसे प्रश्न लिखने होते हैं।

यह भी पेपर 3 घंटे में करनी होती है तथा यह भी 300 मार्क्स की होता है।


मेंस के वह 7 पेपर जिससे मेरिट बनती है।


1. निबन्ध - इस पेपर में सिलेबस या किसी भी एक टॉपिक पर निबन्ध लिखना होता है।


2. समान्य अध्ययन । -  इसमें भारतीय धरोहर, संस्कृति, विश्व का इतिहास भूगोल एवं समाज से जुड़े सवाल होते हैं।


3. समान्य अध्ययन ।।  - इसमें शासन, संविधान, राजनीती विज्ञान, समाजिक न्याय अंतरास्ट्रीय घटनाक्रम संबन्धित सवाल होते हैं।


4. समान्य अध्ययन ।।। - इसमें सुरक्षा एवं आपदा जैव विविधता, प्रौद्योगिकी आर्थिक विकास से सम्बन्धित प्रश्न होते हैं।


5. समान्य अध्ययन ।v - इसमें इथिक्स एवं एप्टिट्यूड से सम्बन्धित प्रश्न होते हैं।


6. वैकल्पिक पेपर ।

7. वैकल्पिक पेपर।।




Upsc वैकल्पिक विषय लिस्ट


1. कृषि विज्ञान  2. पशुपालन एवं पशु चिकित्सा विज्ञान  3. नृविज्ञान  4. वनस्पति विज्ञान  5.रसायन विज्ञान  6. सिविल इंजीनियरी  7. वाणिज्य शास्त्र तथा लेखा विधि

8. अर्थशास्त्र  9. विद्युत इंजीनियरी  10. भूगोल  11. भू-विज्ञान  12. इतिहास  13. विधि  14. प्रबंधन  15. गणित  16. यांत्रिकी इंजीनियरी  17. चिकित्सा विज्ञान  18. दर्शनशास्त्र  19. भौतिकी  20. राजनीति विज्ञान तथा अंतर्राष्ट्रीय संबंध  21. मनोविज्ञान

22. लोक प्रशासन  23. समाज शास्त्र  24. सांख्यिकी  25. प्राणि विज्ञान


                3. [ इंटरव्यू ]


प्रारम्भिक परीक्षा एवं मेंस में पास होने के बाद इंटरव्यू होता है इंटरव्यू देने का समय  30 मिनट के आप - पास होता है। यह 275 नंबर का होता है।


इंटरव्यू पास कर लेने पर मेरिट के आधार पर सलेक्शन होता है टॉप AIR लाने वाले उम्मीदवारों का ही IAS मिलता है।


                  IAS का वेतन

आईएएस का वेतन 7वे वेतन आयोग द्वारा ₹56100 /महीना हैं इसके अतिरिक्त एक डीएम को जिला पर एक सरकारी आवास भी आवंटित किया जाता है। आईएएस का वेतन प्रोमोशन के आधार पर बड़ता जाता है। एक आईएएस अधिकारी का सबसे ऊंचा पद कैबिनेट सचिव का  होता है। इनका वेतन 250000/ महीना होता है।


                  IAS / DM का कार्य

जब एक आईएएस अधिकारी डिस्ट्रिक मजिस्ट्रेट (DM) के रूप में एक जिला मे होता है तो उसका काम जिले में कानून व्यवस्था को बनाए रखना होता हैं। तथा सरकार द्वारा बनाएं गए कानून को जिले में लागू कर उसका पालन करवाना होता है।

डीएम जिले के सभी स्कूलों, अस्पतालों आदि जाच   करते हैं। 

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