कम्प्यूटर Computer / कम्प्यूटर के अंग / हार्डवेयर, साफ्टवेयर / नेटवर्किग / प्रोग्रामिंग लैंग्वेज / सुपर कम्प्यूटर / रोबोटिक्स / के बारे में बेसिक एवं महत्वूर्ण जानकारियां

 इस लेख में कम्प्यूटर के बारे में हर एक चीज की बेसिक और महत्वपूर्ण जानकारियां दी गई है जैसे की ----  कम्प्यूटर क्या है / कम्प्यूटर बेसिक ज्ञान / कम्प्यूटर के प्रकार / कम्प्यूटर की विशेषताएं / कम्प्यूटर समान्य ज्ञान / कम्प्यूटर बेसिक कोर्स / कम्प्यूटर के प्रश्न / कम्प्यूटर क्लास / कम्प्यूटर पर आधारभूत ज्ञान / कम्प्यूटर के अंग / सीपीयू / सीपीयू का प्रमुख कार्य / सीपीयू की परिभाषा / हार्डवेयर की परिभाषा / हार्डवेयर किसे कहते है / हार्डवेयर कम्प्यूटर / साफ्टवेयर क्या है / साफ्टवेयर सिस्टम / साफ्टवेयर के उदाहरण / आपरेटिंग। सिस्टम क्या है / आपरेटिंग सिस्टम के प्रकार / आपरेटिंग सिस्टम की परिभाषा / एप्लिकेशन साफ्टवेयर क्या है / नेटवर्किंग क्या है हिंदी में / नेटवर्किंग के प्रकार / प्रोग्रामिंग लैंग्वेज / प्रोग्रामिंग लैंग्वेज इन हिंदी / प्रोग्रामिंग लैंग्वेज क्या है / प्रोग्रामिंग लैंग्वेज के प्रकार / संचार क्रांति / सुपर कम्प्यूटर के जनक / सुपर कम्प्यूटर के प्रकार / भारत का सुपर कम्प्यूटर / दुनिया के सुपर कम्प्यूटर / रोबोटिक्स क्या है



कम्प्यूटर / computer / संगणक 


कम्प्यूटर एक स्वचालित तथा निर्देशों के अनुसार कार्य करने वाला इलेक्ट्रानिक डिवाइस है, जो डेटा ग्रहण करता है तथा साप्टवेयर या प्रोग्राम के अनुसार, किसी परिणामके लिए डेटा को प्रोसेस, संग्रहित अथवा प्रदर्शित करता है।


कॉप्यूटर के विकास की दिशा में प्रथम प्रयास 19वी शताब्दी मे चार्ल्स बैवेज ने किया, इसलिए उन्हें कम्प्यूटर का जनक कहा जाता है। भारत में निर्मित प्रथम कम्प्यूटर सिद्धार्थ है। 

वर्ष 1946 में विश्व का पहली बार पूरी तरह से इलेक्ट्रानिक डिजिटल कम्प्यूटर ENIAC ( इलेक्ट्रानिक न्यूमेरिकल इण्टिग्रेटर एंड कम्प्यूटर  ) बना। पहली पीढ़ी का यह कम्प्यूटर वैक्यूम ट्यूब टेक्नोलॉजी पर आधारित था, लेकिन वर्तमान के कम्प्यूटर द्विआधारी पद्धति ( बाइनरी सिस्टम ) पर आधारित होते हैं।



कम्प्यूटर के अंक / computer parts 


* इनपुट युक्ति  --  इस युक्ति का उपयोग आंकड़ों, तथ्यों व निर्देशों को कम्प्यूटर के अंदर संप्रेषित करने के लिए किया जाता हैं: जैसे ------- की बोर्ड (कुंजीपटल) , आप्टिकल कैरेक्टर रीडर, आप्टिकल मार्क रीडर , मैगनेटिक इंक कैरेक्टर रीडर, लाइट पेन, ट्रेकबॉल , स्कैनर, जायस्टिक आदि।


* आउटपुट युक्ति ---  कम्प्यूटर द्वारा संसाधित परिणामों को इन युक्तियों के जरिए प्रदर्शित या प्राप्त किया जाता हैं: जैसे ----- वीडियो डिस्पले यूनिट, प्रिंटर , प्लोटरस् आदि।


* सीपीयू   -------  सेन्ट्रल प्रोसेसिंग यूनिट (सीपीयू) कम्प्यूटर का सबसे प्रमुख भाग है, जो निर्देशों का उपयोग कर सम्पूर्ण कम्प्यूटर प्रणाली को संचालित करता है। यह कम्प्यूटर का ह्रदय या मस्तिष्क कहलाता है। सीपीयू प्रमुख दो भागो मे विभक्त किया जा सकता है ----  

* एएलयू ( अर्थमेटिक लाजिक यूनिट ) इसका उपयोग सभी प्रकार की अंकगणितीय क्रियाएं ( जोड़ना, घटना, गुणा करना तथा भाग देना ) और तुलनाएं ( दो संख्याओं में यह बताना कि कौन - सी छोटी या बड़ी है अथवा दोनों बराबर है आदि ) करने के लिए किया जाता है।


* कंट्रोल यूनिट -----   यह निर्देशों का सही उपयोग व उनको कंट्रोल करने का कार्य करता है। 


* मैमोरी यूनिट ------   (संग्रह इकाई ) यह सामग्री (आंकड़े) तथा कार्यक्रम को संचालित करने के लिए प्रयुक्त की जाती है। सम्पूर्ण मैमोरी यूनिट को दो भागों में विभाजित किया जाता है। 


* प्राथमिक मैमोरी ----  ( प्राइमरी यूनिट) यह कम्प्यूटर का स्मृति संग्राहक है जहा जानकारी को संचित किया जाता है। इस स्मृति संग्राहक के दो स्पष्ट रूप हैं

* रैम (RAM) --- यह परिवर्तनशील अस्थाई मैमोरी है। यह कम्प्यूटर की मेन मैमोरी का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होता है। कम्प्यूटर में संप्रेषित सभी डेटा सीधे रैम मे ही स्टोर होता है। इसे रैंडम  एक्सेस मैमोरी कहा जाता है।


* रोम (ROM) -- रोम स्थाई मैमोरी है, जो कम्प्यूटर के निर्माण के समय ही स्थापित कर दी जाती है। इसमें मौजूद डेटा को केवल पढ़ा जा सकता है, इसलिए इसे रीड ओनली मैमोरी कहा जाता है।


* सेकेंडरी मैमोरी ----  यह सूचना को स्थाई रूप से संग्रह करने के काम आती है। ये विभिन्न प्रकार की  संग्रह पद्धतियों पर आधारित होती है। जैसे -- हार्ड डिस्क, फ्लापी डिस्क, सीडी एवं डीवीडी रोम आदि।



हार्डवेयर / hardware kya hai 


* हार्डवेयर  -----  कम्प्यूटर और उससे संलग्न सभी यन्त्र व उपकरण , जिन्हें हम हाथ से स्पर्श कर सकते हैं, को हार्डवेयर कहा जाता है। इसके अंतर्गत सीपीयू, इनपुट युक्ति, आउटपुट युक्ति , मैमोरी यूनिट आदि आते हैं।



साफ्टवेयर / software kya hai 


* साफ्टवेयर  ----  प्रोग्रामिंग भाषा में लिखे गए निर्देशों अर्थात प्रोग्रामो की वह श्रृंखला है, जो कम्प्यूटर सिस्टम के कार्यों को नियंत्रित कर, विभिन्न हर्डवेयरो के बीच समन्वय स्थापित करता है। इसे प्रोग्रामों को समूह भी कहते है।

यह मुख्यत दो प्रकार में विभाजित है



सिस्टम साफ्टवेयर 

ये प्रोग्राम कम्प्यूटर को चलाने, उसे नियंत्रित करने, उसके विभिन्न भागों की देखभाल करने तथा उसकी सभी ‌क्षमताओ का अच्छे से उपयोग करने के लिए लिखे जाते है।


* आपरेटिंग सिस्टम ---  एक ऐसा साफ्टवेयर है, जो यूजर एवं कम्प्यूटर के बीच एक मध्यम की भाती कार्य करता है। विंडोज , एंड्रायड , iOS, लाइनक्स आदि इसके उदाहरण है।


* भाषा अनुवादक ------  ये ऐसे प्रोग्राम है, जो विभिन्न प्रोग्रामिंग भाषाओं में लिखे गए प्रोग्रामो का अनुवाद कम्प्यूटर की मशीनी भाषा में करते हैं।

ये मुख्यत: तीन श्रेणियों में बांटे गए हैं-----


असेम्बलर ---  यह प्रोग्राम, असेम्बली भाषा में लिखे गए प्रोग्रामो का अनुवाद मशीनी भाषा में करता है।


* कम्पाइलर -----  यह उच्च स्तरीय भाषा में लिखे गए प्रोग्रामो का अनुवाद मशीनी भाषा में करता है।


* इंटरप्रेटर ----  यह उच्च भाषा में लिखे गए प्रोग्रामो का अनुवाद मशीनी भाषा में करता है परन्तु यह एक बार मे केवल एक लाइन का अनुवाद करता है।


एप्लिकेशन साफ्टवेयर उन प्रोग्रामों को कहा जाता है, जो हमारे वास्तविक कार्य कराने हेतु लिखे जाते हैं। ये दो प्रकार के होते हैं-

* सामान्य उद्देशीय साफ्टवेयर - प्रोग्रामों का वह समूह, जिन्हें उपयोगकर्ता अपनी आवश्यकतानुसार अपने उद्देश्यों की पूर्ति के लिए उपयोग में लाते हैं, उदाहरण - पेजमेजर , फोटो शॉप, टैली, वर्ल्ड प्रोसेसिंग साफ्टवेयर, इलेक्ट्रानिक स्प्रेडशिट्स आदि इसके उदाहरण है।


विशिष्ट उद्देशीय साफ्टवेयर - ये सॉफ्टवेयर किसी विशेष उद्देश्य की पूर्ति हेतु बनाए जाते हैं। इस प्रकार के सॉफ्टवेयर का अधिकांशतः केवल एक उद्देश्य होता है। उदाहरण - इन्वेंटरी मैनेजमेंट सिस्टम, एकाउंटिंग सॉफ्टवेयर आदि।


नेटवर्किंग


नेटवर्किंग / what is networking 


कोई नेटवर्क एक से अधिक बिंदुओं , वस्तुओं या व्यक्तियों को आपस में इस प्रकार जोड़ता है कि उनमें पर

प्रत्येक किसी दूसरे के साथ सीधा सम्बन्ध बना सके। प्रत्येक नेटवर्क का एक निश्चित उद्देश्य होता है।

नेटवर्किंग के लाभ ---

स्थानांतरण, यूजर कम्युनिकेशन आदि।


नेटवर्क कितने प्रकार के होते हैं   --- 

मुख्यत: तीन प्रकार के नेटवर्क होते हैं ---


* लैन -----  स्थानीय क्षेत्र ( लोकल एरिया ) नेटवर्क

* मैन ------  महानगर छेत्र ( मेट्रोपोलिटन एरिया) नेटवर्क 

* वैन -------  व्यापक क्षेत्र ( वाइड एरिया ) नेटवर्क 



प्रोग्रामिंग भाषाएं / programming language 


कम्प्यूटर के लिए विशेष प्रकार की भाषाओ में प्रोग्राम लिखे जाते हैं। इन भाषाओं को प्रोग्रामिंग भाषाएं कहते हैं। इन भाषाओं की अपनी एक अलग व्याकरण होती है। प्रोग्रामिंग भाषाओं को तीन प्रमुख भागो में विभाजित किया गया है


* निम्न स्तरीय भाषाएं ----  निम्न स्तरीय भाषाएं कम्प्यूटर की आंतरिक कार्यप्रणाली के अनुसार बनाई जाती हैं इनको दो प्रमुख उदाहरण हैं


* मशीनी भाषाएं ---  ये भाषाएं केवल बाइनरी अंको ( 0 या 1 ) से बनी होती है। प्रत्येक कम्प्यूटर के लिए उसकी अलग मशीनी भाषा होती है


* असेम्बली भाषाएं ----  इनमें 0 से 1 की श्रृंखलाओं के स्थान पर अंग्रेजी के अक्षरों और कुछ गिने चुने शब्दो को कोड के रूप में प्रयोग किया जाता है।


* मध्य स्तरीय भाषाएं ------  ये भाषाएं निम्न स्तरीय तथा उच्च स्तरीय भाषाओं के मध्य पुल का कार्य करती है। 


* उच्च स्तरीय भाषाएं ----  ये भाषाएं कम्प्यूटर की आंतरिक कार्यप्रणाली पर आधारित नहीं है। इन भाषाओं में अंग्रेजी के कुछ चुने हुए शब्दों और साधारण गणित में प्रयोग किए जाने वाले चिन्हों का प्रयोग किया जाता है। जैसे -- फोरस्ट्रान, पास्कल आदि।



नेटवर्क सम्बंधित तथ्य 


* नेटवर्क टोपोलाजी ---  में कम्प्यूटर को जोड़ने की भौगोलिक व्यवस्था होती है; जैसे --- स्तर, रिंग बस आदि। 


* इंटीग्रेटेड सर्विसेज डिजिटल नेटवर्क --- 

 ( ISDN) इस नेटवर्क के अंतर्गत आपको आवाज, वीडियो तथा डेटा सर्विसेज की एकता प्रदान की जाती है। 


* फाइल ट्रांसफर प्रोटोकॉल ----  ( FTP ) यह एक नेटवर्क प्रोटोकॉल है। जो फाइलो को एक कम्प्यूटर से दूसरे कम्प्यूटर के बीच स्थानांतरण करने की सविधा प्रदान करता है। 


* सर्वर ---  ( Server ) सर्वर वह कम्प्यूटर होता है जो इंटरनेट का प्रयोग करने वालो को सूचनाएं प्रदान करने की क्षमता रखता है।



इंटरनेट / what is internet 


इंटरनेट ----  सूचना प्रोद्योगिकी की जीवन रेखा ' इंटरनेट ' विश्व के विभिन्न स्थानों पर स्थापित ट्रांसमिशन माध्यमों के सहयोग से एक - दूसरे के साथ जुड़े कम्प्यूटर का ऐसा नेटवर्क है, जो सूचना लेने एवं उसके अदान - प्रदान के लिए विश्वस्तरीय आंकड़ों  - सूचना सेवा उपलब्ध करता है इंटरनेट के माध्यम से सूचनाओं के आदान - प्रदान के लिए कुछ स्थापित नियमों के समूह होते हैं, जिन्हें इंटरनेट प्रोटोकॉल कहा जाता है। आईपीवी - 4 प्रोटोकॉल की जगह 6 जून , 2012 से नया इंटरनेट प्रोटोकॉल वर्जन - 6 ( आइपीवी - 6 ) प्रयोग किया जा रहा है।



इंटरनेट की सेवाएं / internet sewaye 


* ई- मेल  ----  ई- मेल या इलेक्ट्रानिक मेल अभी तक की सबसे लोकप्रिय सेवा है, जिसने संचार के क्षेत्र में क्रांति ला दी है। संवाद के अन्य माध्यमों की तुलना में सस्ता तेज रफ्तार और अधिक सुविधाजनक होने के कारण ई- मेल ने दुनिया भर के कार्यालयों और घरों में अपनी जगह बना ली है। ई- मेल ने 9 अक्टूबर, 2012 को अपनी स्थापना के 40 वर्ष पूरे कर लिया हैं।


* ई- लार्निग ----  इसके माध्यम से विषय - विशेषज्ञ का राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर मार्गदर्शन उपलब्ध हो जाता है।


* ई- कामर्स ----  किसी भी प्रकार के व्यवसाय को संचालित करने के लिए इंटरनेट पर की जाने वाली कार्यवाही को  ई- कामर्स  कहते हैं।


वर्ल्ड वाइड वेब ----  यह सुविधा वैज्ञानिकों के बीच सूचना के आदान - प्रदान के समान्य उद्देश्य से आरम्भ हुई थी और आज इंटरनेट के सर्वाधिक लोकप्रिय और प्रचलित उपयोगों में से एक है।



मोबाइल / संचार क्रांति से जुड़ी शब्दावलिया 


* ब्राडबैंड ----  ब्राडबैंड दूरसंचार से सम्बन्धित शब्द है। जो यह इंगित करता है कि संकेत भेजने के लिए प्रयुक्त अधिकतम एवं न्यूनतम आवृत्तियों का अंतर ( अर्थात् बैंड की चौड़ाई ) अपेक्षाकृत अधिक है। 


* 2G ---  2G एक दूसरी पीढ़ी की बेतार टेलीविजन प्रोद्योगिकी है। दूसरी पीढ़ी के 2G सेल्यूलर दूरसंचार नेटवर्क को 1991 में रेडियोलिंजा द्वारा फिनलैंड में GSM मानक पर वाणिज्यक तौर पर प्रवर्तित किया गया था।


* 3G -----  3G अंतरास्ट्रीय मोबाइल दूरसंचार 2000 को 3G या तीसरी पीढ़ी के रूप में बेहतर जाना जाता है, इसे अंतरास्ट्रीय दूरसंचार संघ के द्वारा मोबाइल दूरसंचार के लिए मानक वर्ग के रूप में परिभाषित किया गया है।


* 4G -----  4G टेलीकम्युनिकेशन तकनीकी चौथी पीढ़ी की मोबाइल तकनीकी है। इस तकनीकी पर मोबाइल में इंटरनेट की अल्ट्रा ब्राडबैंड स्पीड प्राप्त होती है। 4G तकनीकी सर्वप्रथम दक्षिण कोरिया में 2006 में प्रयोग की गई। इस तकनीकी में डाउनलोडिंग स्पीड 100Mbit/S तक है।


* 5G -----  कुछ शोध पत्रो एवं परियोजनाओं में वायरलेस सिस्टम के नाम का इस्तेमाल मोबाइल दूरसंचार मानकों के अगले मुख्य चरण को इंगित करने के लिए किया गया, जो 4G/IMT एडवांस स्टैण्डड्र्स  के बाद का चरण है। वर्तमान में , 5G का इस्तेमाल किसी विशेष विशेषीकरण अथवा किसी कार्यलयी दस्तावेज अथवा मानकीकरण निर्धारित करने वाले संस्थानों जैसे ---- 3GPP; WiMAX Firun अथवा ITU द्वारा विधिक रूप से नहीं किया गया है। 


Wi-Fi -----  यह वायरलेस लोकल एरिया नेटवर्क (WLAN ) की एक तकनीक है।


Wi-MAX ----  यह एक दूरसंचार प्रोटोकॉल है जो प्रचुर तथा स्थिर रूप में इंटरनेट उपलब्ध कराता है।



सुपर कम्प्यूटर


सुपर कम्प्यूटर सर्वाधिक गति, संग्रह क्षमता एवं उच्च विस्तार वाले होते हैं। इसका आकार एक समान्य कमरे के बराबर होता है। विश्व का प्रथम सुपर कम्प्यूटर ' क्रे रिसर्च कम्पनी ' द्वारा 1976 में विकसित क्रे - 1 ( Cray - 1 ) था।

भारत के पास भी एक सुपर कम्प्यूटर है, जिसका नाम ' परम ' ( PARAM ) है, जिसका विकास C-DAC ने किया है। सुपर कम्प्यूटर का मुख्य उपयोग मौसम की भविष्यवाणी करने, एनिमेशन तथा चलचित्र को निर्माण करने, अंतरिक्ष यात्रा के लिए अंतरिक्ष में भेजने इत्यादि कार्यों में किया जाता है।


भारत के सुपर कम्प्यूटर


आदित्य ( 2013 ) , परम युवा ( 2013 , सागा - 220 ( 2011 ) , अनुपम - अध्या ( 2010-11 ) ,

 एका ( 2007 ) , परम सरिता ( 2007 ) 


दुनिया के शीर्ष सुपर कम्प्यूटर ( 2013 ) 


तिअन्हे - ( 2013 ) - चीन

टाइटन - ( 2012 ) - चीन 

सिक्योआ - ( 2011 ) - अमेरिका 

के - कम्प्यूटर - ( 2011 ) फ्यूजीटर - जापान

मीरा - ( 2010 ) - अमेरिका



रोबोटिक्स


* रेक्स ---  यह विश्व का पहला पूर्ण बायोनिक मानव है। रेक्स (Rex) रोबोटिक अक्सकेल्टन ( Robotic Exaskeleton ) का लघु रूप है। रेक्स का कृत्रिम शरीर शेफील्ड विश्वविद्यालय से लाए गए संश्लेषित रक्त, मैसाच्यूसेट्स इंस्टीटयूट ऑफ टेक्नोलजी ( एमआईईटी ) में विकसित पैर एवं टखनों , कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय से प्राप्त आंखो की रेटीना तथा कृत्रिम गुर्दे आदि को जोड़कर बनाया गया है।


* किरोबो -----  किरोबो अन्तरिक्ष में जाने वाला पहला बोलने वाला रोबोट है। इस रोबोट का विकास जापानी डेंट्सू इंक द्वारा जापानी एक्सप्लोरेशन एजेन्सी के साथ संयुक्त उपक्रम में किया गया। इस रोबोट को 4 अगस्त, 2013 को अन्तरिक्ष में भेजा गया।


* स्नेक रोबोट  -----  ये रोबोट डीआरडीओ द्वारा बनाया गया है। रोबोट के द्वारा दुर्घटना, आपदा में फंसे लोगों की सहायता के लिए अभियान चलाने में मदद मिलेगी। यह रोबोट छोटी - सी जगह में भी घुसकर बचाव अभियान चलाने में मदद कर सकता है।


* फिमेसेपियन रोबोट ------   यह एक बुद्धिमान एवं परस्पर संवाद करने वाला रोबोट है, जो नाच भी सकता है। यह रोबोट जापान में बनाया गया है।



कम्प्यूटर का आधुनिक विकास 


* टैबलेट ----  एक प्रकार का लैपटाप पीसी और मोबाइल पीसी है जिसमें आकर्षक टूल्स तथा टच - स्क्रीन का समायोजन होता है। रिलायंस कम्यूनिकेशन ने 12 मार्च, 2012 को देश का पहला सीडीएसए टैबलेट प्रस्तुत किया था, जो एंड्रायड साफ्टवेयर से युक्त है।


* कैमकाडर -----  ( वीडियो कैमरा रिकॉर्डर ) एक इले्ट्रॉनिक डिवाइस, जिसमें एक वीडियो कैमरा तथा एक वीडियो रिकॉर्डर एक साथ जुड़े होते हैं।


* ब्लूटूथ -----  ( 2.4 GHz रेडियो- वेव ) यह एक वायरलैस तकनीकी है, जिसका प्रयोग कम दूरी पर डेटा अदान - प्रदान के लिए किया जाता है। बैकबिट गो भारत में सबसे छोटा एवं सबसे हल्का वायरलेस ब्लूटूथ हैंडसेट है।


* आई पैड ------  ( i- Pad ) यह टैबलेट है, जिसे Apple द्वारा डिजाइन तथा विकसित किया गया।


* स्मार्ट फोन -----  एक ऐसा मोबाइल फोन है जिसमें कम्प्यूटर की क्षमता तथा फोन की सभी सुविधा एक साथ उपलब्ध है। 


iOS ----  ( i- phone OS ) Apple द्वारा विकसित मोबाइल आपरेटिंग सिस्टम है, जो i- Pod और i- Pad में प्रयोग होता है। अमेरिका की दिग्गज कंपनी एप्पल ने अभी हाल ही में अपने लोकप्रिय स्मार्ट फोन आई- फोन का नया वर्जन आई- फोन - 6 लांच किया है।


* भारतीय साफ्टवेयर प्रोद्योगिकी पार्क ---  एस टी पी आई ) भारत से साफ्टवेयर निर्यात को बढ़ावा देने के उद्देश्य से वर्ष 1991 में भारत सरकार, संचार और सूचना प्रोद्योगिकी मंत्रालय द्वारा एक सोसायटी के रूप में भारतीय साफ्टवेयर प्रोद्योगिकी   पार्क की स्थापना की गई। 


* जैविक कम्प्यूटर -----  इजरायल स्थित वेजमान इंस्टीटयूट ऑफ साइंस के वैज्ञानिक इहुड शोप्रियो के नेतृत्व में पहला प्रोग्रामेबल जैविक कम्प्यूटर तैयार किया गया है, जिनमें इनपुट और आउटपुट दोनों ही जीवंत है। डीएनए प्रयुक्त यह नैनो कम्प्यूटर जीवित प्रणाली से संचालित है। इसमें डीएनए चिप का प्रयोग होता है, और यह जैविक अणु द्वारा ऊर्जा प्राप्त करता है। यह कम्प्यूटर केवल कोशिका द्रव की मदद से शरीर के पनपते गम्भीर रोगों की सूचना देने में सक्षम है।

कम्प्यूटर शब्दावली / computer terminology 


* मदरबोर्ड ----  यह सीपीयू में निहित एक बड़ा बोर्ड है, जिस पर बहुत से छोटे इलेक्ट्रानिक सर्किट और अन्य घटक होते हैं। 


* सोशल नेटवर्किंग ----   इस नेटवर्किंग के माध्यम से दुनिया भर के लोग कभी भी एवं कही से भी अपने विचारों का आदान - प्रदान कर सकते हैं। 


* माडेम ----   यह एक इलेक्ट्रानिक डिवाइस है, जो  डिजिटल संकेतो को एनालाग संकेतो में तथा एनालाग संकेतो को डिजिटल संकेतो में परिवर्तित करता है। 


* आपरेटिंग सिस्टम -----  यह एक सिस्टम साफ्टवेयर है, जो कम्प्यूटर के क्रियन्वयन तथा सभी उपकरणों के समन्वय व उनको सुचारू रूप से चलाने के लिए बनाया गया है। प्रमुख आपरेटिंग सिस्टम है-----  एमएस डास, एमएस विंडोज, लाइनक्स, युनिकस। अभी हाल ही में माइक्रोसॉफ्ट कम्पनी के द्वारा विंडोज का नया वर्जन विंडोज - 10 विकसित किया गया है, जिसमें पहले से बेहतर सेवाएं उपलब्ध है। 


* बेवसाइट -----  एक वेबसाइट वेब पेजो का संग्रह होता है, जिसमें सभी वेब पेज हाइपरलिंक द्वारा एक - दूसरे से जुड़े होते हैं। किसी भी वेबसाइट का पहला पेज होम पेज कहलाता है। 


* कम्प्यूटर वायरस ------  यह एक कम्प्यूटर प्रोग्राम है, जिसका उद्देश्य कम्प्यूटर प्रणाली के अंदर प्रवेश करके उसके आंकड़ों या अन्य प्रोग्रामो को नष्ट करना या हानि पहुंचना है। विभिन्न प्रकार के एंटी वायरस साफ्टवेयर के माध्यम से इसकी रोकथाम की जा सकती है। 


सर्च इंजन क्या है / search engine 


* सर्च इंजन ----   इंटरनेट से, किसी भी प्रकार की सूचना प्राप्त करने के लिए सर्च इंजन का प्रयोग किया जाता है; जैसे ---- गूगल ( Google ) , याहू ( Yahoo ) आदि।


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